Vivo की चढ़ती बादशाहत: Samsung और Xiaomi का दबदबा खत्म, 5G स्मार्टफोन्स की डिमांड ने पकड़ी रफ्तार

भारतीय स्मार्टफोन बाजार में बड़े बदलाव देखने को मिल रहे हैं। पिछले तीन साल से Xiaomi और Samsung के राज पर अब धीरे-धीरे ग्रहण लगने लगा है। IDC की नई रिपोर्ट के मुताबिक, 2024 की दूसरी तिमाही में Xiaomi और Samsung दोनों के मार्केट शेयर में गिरावट दर्ज की गई है, जबकि Vivo और Motorola जैसी कंपनियों ने बाज़ी मार ली है।

Vivo ने मारी बाज़ी

चीनी स्मार्टफोन ब्रांड Vivo ने इस तिमाही में जबरदस्त ग्रोथ दर्ज की है। कंपनी ने 16.5 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ भारतीय स्मार्टफोन बाजार में नंबर 1 की पोजिशन पर कब्जा कर लिया है। Vivo की स्मार्टफोन बिक्री में सालाना 6.7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, जिससे यह ब्रांड सबसे आगे निकल गया है। वहीं, Xiaomi को 13.5 प्रतिशत मार्केट शेयर के साथ दूसरे स्थान पर संतोष करना पड़ा, जबकि Samsung 12.9 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ तीसरे नंबर पर खिसक गया है।

Motorola ने की सबसे ज्यादा ग्रोथ

इस तिमाही में Motorola ने भी काफी अच्छा प्रदर्शन किया है और भारतीय बाजार में सबसे ज्यादा ग्रोथ दर्ज की है। हालांकि, Vivo ने Xiaomi और Samsung को पीछे छोड़ दिया, लेकिन Motorola की शानदार वृद्धि इसे एक महत्वपूर्ण खिलाड़ी बना रही है।

प्रीमियम सेगमेंट में Apple का दबदबा

प्रीमियम सेगमेंट की बात करें तो, 67,000 रुपये से ज्यादा के स्मार्टफोन कैटेगरी में Apple का मार्केट शेयर 83 प्रतिशत का है। इस सेगमेंट में भी Samsung को झटका लगा है, क्योंकि सैमसंग का मार्केट शेयर सिर्फ 16 प्रतिशत रह गया है। 50 हजार से 67 हजार रुपये वाले सेगमेंट में भी Apple ने 61 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ मार्केट लीडर का खिताब अपने नाम किया है।

5G स्मार्टफोन की बढ़ी डिमांड

IDC की रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि भारतीय बाजार में 5G स्मार्टफोन की मांग तेजी से बढ़ी है। इस तिमाही में 5G स्मार्टफोन की हिस्सेदारी 77 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जबकि पिछले साल यह सिर्फ 49 प्रतिशत थी। जून में खत्म हुई इस तिमाही में कुल 27 मिलियन यूनिट्स 5G स्मार्टफोन बेचे गए हैं।

क्या Xiaomi और Samsung की बादशाहत खत्म हो रही है?

Xiaomi और Samsung के लिए यह तिमाही चुनौतीपूर्ण साबित हुई है। जहां Xiaomi अब भी दूसरे नंबर पर है, वहीं Samsung के लिए यह तिमाही निराशाजनक रही। Samsung के मार्केट शेयर में गिरावट से कंपनी की स्थिति कमजोर हुई है। हालांकि, यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाली तिमाहियों में ये ब्रांड्स अपनी स्थिति को कैसे सुधारते हैं।

भारतीय स्मार्टफोन बाजार में Vivo और Motorola जैसी कंपनियों की मजबूत पकड़ ने साबित कर दिया है कि प्रतिस्पर्धा में टिके रहने के लिए केवल बड़े नाम काफी नहीं होते, बल्कि यूजर्स की बदलती प्राथमिकताओं को समझना भी जरूरी है।